मंडी/थुनाग : 04 अगस्त : राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने विद्यार्थियों का आह्वान किया कि वे पाठ्य पुस्तकों के अतिरिक्त अच्छी पुस्तकें पढ़ने का संकल्प लें। उन्होंने विद्यार्थियों से आश्वासन लिया कि वे पत्र लिखकर उनसे पुस्तक पढ़ने के अपने अनुभव साझा करें। राज्यपाल वीरवार को मंडी जिला के थुनाग उपमंडल के लम्बाथाच में राजकीय डिग्री कॉलेज सिराज के 12वें वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। राज्य रेडक्रॉस अस्पताल कल्याण शाखा की अध्यक्ष डॉ साधना ठाकुर भी इस अवसर पर उपस्थित थीं।
उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ने की आवश्यकता है। कॉलेज में हम विशिष्ट संस्कार और शिक्षा प्राप्त करने के लिए आते हैं। लेकिन, शिक्षा का उद्देश्य केवल नौकरी पाना नहीं बल्कि रोजगार प्रदाता के रूप में होना चाहिए। इस उद्देश्य से हमें शिक्षा प्राप्त करनी है और यही भविष्य की मांग है। उन्होंने कहा कि सरकार ने इस दिशा में अनेक कार्यक्रम और स्टार्टअप आरम्भ किए हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी शिक्षण संस्थान का वार्षिक समारोह विचारों के आदान-प्रदान का अवसर प्रदान करता है। इसलिए इन्हें ‘स्नेह सम्मेलन’ भी कहा जाता है। उन्होंने कहा कि इस महाविद्यालय ने अपने अस्तित्व की अल्पावधि में व्यापक प्रगति की है, जिसके लिए कॉलेज प्रबंधन बधाई का पात्र है।
आर्लेकर ने कहा कि महाविद्यालय संस्कृति का प्रतीक है। शिक्षा के माध्यम से हम क्या करना चाहते हैं और किस दिशा में जाना चाहते हैें यह महाविद्यालय हमसे तय करवाता है। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय की यात्रा सबसे यादगार होती है जो जीवनभर स्मरण रहती है। उन्होंने अपने कॉलेज के दिनों को भी स्मरण करते हुए उस समय के अनुभव विद्यार्थियों के साथ सांझा किए। उन्होंने विद्यार्थियों से अपने माता-पिता के योगदान को हमेशा स्मरण रखने का आग्रह किया। राज्यपाल ने कहा कि देश अपनी आजादी का 75 वां साल मना रहा है। प्रधानमंत्री ने 13 से 15 अगस्त तक ‘हर घर तिरंगा’ अभियान का आह्वान किया है। उन्होंने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे स्वयं भी इस अभियान में शामिल हों और अन्यों को भी प्रेरित करें। इस दिशा में युवा पीढ़ी आगे बढ़ेगी तो हमारा भविष्य सुरक्षित रहेगा। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को देश व समाज के बारे में विचार करना चाहिए। यह हमारा कर्तव्य है क्योंकि यही विचार देश का भविष्य तय करता है। उन्होंने कहा कि हम सबको मिलकर राष्ट्रहित में काम करने की जरूरत है। इसके लिए इतिहास को जानें और पुस्तकें पढ़े। उन्होंने कहा कि सुविधाएं आप के पास हैं उनका उपयोग करें।
राज्यपाल ने इस अवसर पर विभिन्न गतिविधियों व शैक्षणिक स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया। वर्ष 2019-20 के लिए सिराज गौरव का पुरस्कार दिव्या भारती तथा वर्ष 2020-21 के लिए कुशाल चंद को यह पुरस्कार प्रदान किया गया। इससे पूर्व, कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ राकेश शर्मा ने राज्यपाल को सम्मानित किया तथा कॉलेज की वार्षिक रिपोर्ट पढ़ी। इस अवसर पर सिराज थियेटर ग्रुप द्वारा रामायण व महाभारत पर आधारित मूक नाटक के माध्यम से दी गई भव्य प्रस्तुति ने सभी का मनमोह लिया।
राज्यपाल के सचिव राजेश शर्मा, मंडी के उपायुक्त अरिंदम चौधरी, पुलिस अधीक्षक शालिनी अग्निहोत्री, सरदार पटेल विश्वविद्यालय की प्रति कुलपति प्रो. अनुपमा सिंह तथा क्षेत्र के अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।