डेली हिमाचल न्यूज़ : मंडी – सुंदरनगर – हिमाचल के सुंदरनगर की बेटी मेजर राधिका सेन ने भारतीय सेना में सेवाएं देते हुए न केवल देश की सरहदों की रक्षा की, बल्कि संयुक्त राष्ट्र में वहां का सबसे बड़ा सैन्य पुरस्कार पाने वाली दूसरी भारतीय महिला अधिकारी बनीं है। अवार्ड से सम्मानित होने पर राधिका ने देश, सेना, हिमाचल सहित सुंदरनगर का नाम रोशन किया। कांगो में संयुक्त राष्ट्र (यूएन) मिशन में सेवा दे चुकी भारतीय महिला शांति रक्षक मेजर राधिका सेन को गुरुवार को सैन्य पुरस्कार से सम्मानित किया। अंतरराष्ट्रीय संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षक दिवस के अवसर पर मेजर राधिका सेन को 2023 यूनाइटेड नेशंस मिलिट्री जेंडर एडवोकेट ऑफ द ईयर अवार्ड से नवाजा गया। यूएन के महासचिव गुटेरेस ने उन्हें इस पुरस्कार से नवाजा। बता दें कि मेजर सेन भारतीय त्वरित तैनाती बटालियन की कमांडर के तौर पर मार्च, 2023 से अप्रैल, 2024 तक कांगो गणराज्य के पूर्व में तैनात थीं। राधिका का जन्म 1993 में हुआ था और वह आठ साल पहले भारतीय सेना में भर्ती हुई थीं। मेजर सुमन गवानी के बाद 2023 यूनाइटेड नेशंस मिलिट्री जेंडर एडवोकेट ऑफ द ईयर अवार्ड पाने वाली वह दूसरी भारतीय शांति रक्षक हैं। नगर परिषद सुंदरनगर के भड़ोह वार्ड निवासी राधिका सेन के पिता ओंकार सेन राजकीय बहुतकनीकी संस्थान हमीरपुर और माता निर्मल सेन चौहारवैली के कथोग स्कूल से प्रधानाचार्य के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। राधिका के पिता ओंकार सेन ने बेटी की उपलब्धि को देश की सेना, देशवासियों सहित सुंदरनगर के लोगों को समर्पित करते हुए खुशी प्रकट की। राधिका सेन की प्रारंभिक शिक्षा सुंदरनगर के सेंट मैरी स्कूल और दस जमा एक और दो माउंट कार्मल स्कूल चंडीगढ़ से पूरी की। 2016 में राधिका ने कमीशन पास करते हुए सेना में अपनी सेवाएं शुरू कीं। इसके बाद चेन्नई ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी से पास आउट होने के बाद श्रीनगर में पहली पोस्टिंग मिली, जिसके बाद उन्होंने लेह, वेस्ट बंगाल और सिक्किम में अपनी सेवाएं दीं।