डेली हिमाचल न्यूज़ – शिमला-मंडी
प्रदेश में विभिन्न सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों के पीओएस एजेंटों द्वारा झूठे पतों और एक ही आईडी पर कई नंबरों का उपयोग कर फर्जी मोबाईल सिम कार्ड बेचने के एक बड़े गोरखधंधे का पर्दाफाश हुआ है। मामले में स्टेट सीआईडी की जांच के आधार पर प्रदेश में इस प्रकार के कुल 970 मामले पाए गए हैं। इसमें स्टेट सीआईडी ने मंडी जिला के 69 पीओएस (POS) पॉइंट ऑफ सेल एजेंटों के खिलाफ एसपी मंडी को शिकायत भेजी गई है। वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए मंडी जिला पुलिस द्वारा फर्जी सिम कार्ड में अभी तक विभिन्न पुलिस थानों में 8 एफआईआर भी दर्ज किए हैं। लेकिन प्रदेश में घटित हुए इस फर्जीवाड़े ने पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ा कर रख दी है। जानकारी देते हुए एएसपी मंडी सागर चंद्र ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के मोबाईल फोन कंपनियों ने उनके पीओएस एजेंटों द्वारा फर्जी सिम कार्ड बेचने की सूचना स्टेट सीआईडी को दी गई थी। इस पर प्रदेश सीआईडी विभाग ने जांच में इस प्रकार के 970 मामले पाए गए हैं। मंडी जिला के 69 पीओएस एजेंटों के खिलाफ एसपी मंडी को शिकायत भेजी गई है। वहीं मंडी जिला पुलिस द्वारा फर्जी सिम कार्ड को लेकर अभी तक विभिन्न पुलिस थानों में 8 एफआईआर भी दर्ज किए हैं।
एएसपी मंडी सागर चंद्र ने कहा कि इन मामलों में प्रदेश में मोबाईल सेवा मुहैया कराने के लिए कार्य सभी कंपनियों के पीओएस संलिप्त पाए गए हैं। उन्होंने कहा कि इन मोबाईल सिम कार्डों का नारकोटिक्स स्मगलरों और अन्य अपराधिक मामलों में किया जा सकता है। सागर चंद्र ने सभी सिम कार्ड जारी करने वाले पीओएस को आगाह करते हुए कहा कि इस प्रकार से गैर कानूनी तरीके से मोबाईल सिम बेचने में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज किया जाएगा।