डेली हिमाचल न्यूज़ : मंडी
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार के गलत फैसलों के चलते आज प्रदेश का कर्मचारी वर्ग सड़कों पर है। लेकिन सरकार अपने ही राग को अलाप रही है। जबकि सरकार को चाहिए कि वह कर्मचारी चाहे आउटसोर्स हो या फिर किसी अन्य माध्यम से जनता की सेवा कर रहा है। उसके भविष्य को देखते हुए उनके लिए नीति का प्रावधान करें। लेकिन सरकार नीति बनाना तो दूर बल्कि कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा रही है। जिसका खामियाजा अब आने वाले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को भुगतना होगा। यह बात प्रदेश भाजपा प्रवक्ता पंकज जंवाल, अजय राणा और प्रदेश मीडिया सह प्रभारी अमित सूद ने बताया कि जिला परिषद कैडर के कर्मचारी लगातार अपनी मांगों को लेकर 7 दिनों से धरने प्रदर्शन पर बैठे हुए हैं। इसके अलावा एसएमसी अध्यापक भी शिमला में दिन-रात सरकार के आगे गुहार लगा रहे हैं। लेकिन सरकार उनकी और कोई ध्यान नहीं दे रही है। वही कोरोना काल में जिन कर्मचारियों ने अपनी जान खतरे में डालकर लोगों की सेवा की। उन्हें भी अब बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। ऐसे में सरकार नया रोजगार देना तो दूर बल्कि जो कर्मचारी किसी अन्य माध्यम से अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे थे वह भी बेरोजगार हो गए हैं।
कांग्रेस ने बेटियों के नाम छोड़ा नया शिगूफा :
भाजपा नेताओं का कहना है कि अब सरकार ने एक नया शिगूफा जनता के बीच छोड़ दिया है कि वे एक बेटी के जन्म पर 2 लाख देंगे। जबकि पहले से ही महिलाओं के ₹1500 की राशि वह अभी तक जारी नहीं कर पाए हैं। कांग्रेस सरकार आखिर कब तक इस तरह के झूठे वादों से प्रदेश की जनता को ठगती रहेगी। जबकि कांग्रेस सरकार के मात्र 10 माह के कार्यकाल में ही जनता को इस बात का पता चल गया है कि सत्ता में आने के लिए कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने समाज के सभी वर्गों के साथ झूठ बोला है। हिमाचल प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता पंकज जंवाल, अजय राणा और प्रदेश मीडिया सह प्रभारी अमित सूद ने बताया कि आज प्रदेश का कर्मचारी वर्ग लगातार सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रहा है। हजारों कर्मचारी आज सड़कों पर उतरे हुए हैं। जिस कारण प्रदेश का विकास भी प्रभावित हो रहा है। अब कांग्रेस सरकार को चाहिए कि वह कर्मचारियों का भविष्य को ध्यान में रखते हुए उनके लिए ठोस नीति का प्रावधान करें। उन्होंने कहा कि पूर्व की भाजपा सरकार ने हजारों कर्मचारियों को विभिन्न माध्यमों से रोजगार दिया और आज भी उन कर्मचारियों के हितों के लिए भाजपा उनके साथ खड़ी है। अगर सरकार जल्द ही इन कर्मचारियों के भविष्य पर कोई ध्यान नहीं देती है। तो बीजेपी इन कर्मचारियों के साथ मिलकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे और सरकार के झूठे वादों को लेकर भी जनता के बीच जाकर उनकी पोल खोली जाएगी।