डेली हिमाचल न्यूज़ : मंडी – समेकित क्षेत्रीय कौशल विकास पुनर्वास एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण केंद्र सुंदरनगर के सौजन्य से ढल्ली स्थित विशेष योग्यता वाले बच्चों (लड़के) के संस्थान में ‘राष्ट्रीय मिर्गी दिवस ’ का आयोजन किया गया। जिसमें संस्थान के छात्र-छात्राओं एवं कर्मचारियों सहित 250 प्रतिभागियों ने कार्यक्रम में भाग लिया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में सीआरसी के पुनर्वास अधिकारी डॉ. प्रियदर्शी मिश्र ने मिर्गी और इसके सम्बंधित पहचान तथा बचाव पर प्रकाश डाला। और इस दिवस की महत्ता एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय.भारत सरकार की पहल पर प्रकाश डाला। सीआरसी के सी.डी.ई.आई.सी. के पुर्नवास मनोवैज्ञानिक शुभम मिश्र ने कार्यक्रम का संचालन सभी का आभार व्यक्त किया। इसके साथ ही मुख्य अतिथि के रूप में विशेष योग्यता वाले बच्चों (लड़के) के संस्थान के प्रधानाचार्य धर्मपाल राणा भी उपस्थित रहे।
बता दे की हर वर्ष 17 नवंबर को नेशनल एपिलेप्सी डे मनाया जाता है। इस दिन इस डिसऑर्डर के बारे में लोगों को जागरूक करने की कोशिश की जाती है। नेशनल एपिलेप्सी दिवस मनाने की शुरुआत साल 2009 में की गई। राष्ट्रीय मिर्गी दिवस की शुरुआत एपिलेप्सी फाउंडेशन ऑफ इंडिया ने की थी। जिसकी स्थापना डॉक्टर निर्मल सूर्या ने 2009 में की थी। ये फाउंडेशन मिर्गी के मरीजों के ट्रीटमेंट और उनके जीवन में सुधार का काम करता है। साल 2024 में एपिलेप्सी डे की थीम माइलस्टोन ऑन माई एपिलेप्सी जर्नी है। इस थीम की मदद से लोगों के मिर्गी जैसी बीमारी से जूझने के साथ अपनी सफलता और उपलब्धियों को शेयर करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।