डेली हिमाचल न्यूज़ : बिलासपुर – हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिला के झंडूता विधानसभा क्षेत्र के बेहना ब्राहम्णा गांव से संबंध रखने वाले डाॅ. राकेश चंदेल दिल्ली विश्वविद्यालय में बतौर सहायक प्रोफेसर नियुक्त हुए हैं। 2011 सत्र से बिलासपुर काॅलेज के प्रबंधन विभाग में सहायक प्रोफेसर के पद पर सेवाएं देने के बाद अब देशभर के विद्यालयों को राकेश चंदेल पढ़ाएंगें। हिमाचल प्रदेश में मात्र एक ही प्रोफेेसर की नियुक्ति हुई है। डाॅ. राकेश चंदेल का दिल्ली विश्वविद्यालय में सिलेक्शन होने से न केवल उन्होंने अपने काॅलेज का नाम रोशन किया, बल्कि बिलासपुर जिला का भी नाम रोशन किया है।
आपको बता दें कि डॉ. राकेश चंदेल झंडूत्ता के बेहना ब्राह्मणा गांव से संबंध रखते हैं। परिवार में माता पिता और पत्नी, दो बच्चे है। उनके पिता हिमाचल पुलिस से अधीक्षक के पद से सेवानिवृत हुए हैं, जबकि माता गृहणी है। उन्होंने अपनी जमा दो तक पढ़ाई राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला झंडूता से पूरी की है। उसके बाद उन्होंने स्नातकोत्तर की पढ़ाई राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय बिलासपुर से कला अर्थशास्त्र विषय में की है। उसके बाद उच्च शिक्षा हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के प्रबंधन विभाग से मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन एमबीए और डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी प्रबंधन विषय में डिग्री प्राप्त की है। यूजीसी राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा प्रबंधन विषय में पास की है। 2011 से राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय बिलासपुर में प्रबंधन विभाग में सहायक प्रोफेसर के पद पर रहकर अपनी सेवाएं देना शुरू किया था। ऐसे में एक दशक से अधिक समय बिताने के बाद डाॅ. राकेश चंदेल अब दिल्ली विश्वविद्यालय में अपनी सेवाएं देने के लिए तैयार हैं।
गौरतलब है कि बिलासपुर काॅलेज में एक दशक से अपनी सेवाएं दे रहे थे. डाॅ. राकेश चंदेल ने विद्यार्थियों के साथ एक दोस्ती का रिश्ता बनाकर रखा। उनका मानना है कि जब तब आप अपने स्टूडेंस को एक दोस्त बनाकर नहीं पढ़ाएंगे, तब तक वह विद्यार्थी आपके साथ बेहतर तरीके से समन्वय नहीं बना सकता है। इसी के साथ उनका काॅलेज में सभी स्टाफ के एक बेहतर रिश्ता मायम भी रखा है। वहीं, उनकी इस बढ़ी सफलता के चलते बिलासपुर काॅलेज कार्यकारी प्राचार्य प्रो. कटवाल व अन्य काॅलेज स्टाफ ने उनको बधाई भी हैं।