डेली हिमाचल न्यूज़ : सुंदरनगर – मंडी जिला की सबसे प्राचीन भगवान जगन्नाथ रथयात्रा सुंदरनगर का आयोजन इस वर्ष भी धूमधाम से किया जा रहा है। इसको लेकर नगर परिषद के हंडेटी स्थित नवनिर्मित भगवान जगन्नाथ मंदिर परिसर में तैयारियां शुरू हो गई हैं। भगवान जगन्नाथ, बलीभद्र और माता लक्ष्मी रविवार 7 जुलाई को भव्य रथयात्रा के माध्यम से जंगमबाग के लिए प्रस्थान करेंगे। इसके उपरांत 8 जुलाई को जंगमबाग में विश्राम करने के उपरांत 9 जुलाई को भगवान जगन्नाथ अपने हंडेटी स्थित मंदिर के लिए वापिस लौट जाएंगे। इस मौके पर जंगमबाग में विशाल भंडारे का भी आयोजन किया जाएगा। जानकारी देते हुए श्री जगन्नाथ मंदिर के प्रधान सेवक रूपेश शर्मा ने बताया कि वर्षों से चली आ रही परंपरा का निर्वहन करते हुए इस वर्ष भी भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा का भव्य आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसका आयोजन ओडिशा के पुरी में आयोजित होने वाली भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा की तर्ज पर ही किया जाता है।वहीं 7 जुलाई को रथयात्रा और 9 जुलाई को मंदिर वापसी को लेकर भगवान जगन्नाथ महोत्सव के आयोजन के लिए जंगम बाग मंदिर निर्माण प्रबंधक कमेटी ने भी तैयारियां शुरू कर दी हैं।
मान्यतानुसार लगभग 300 वर्ष पूर्व एक फकीर चंदन की लकड़ी से बनी इस मूर्ति को लेकर ओडिशा के तट से सुंदरनगर आए थे। मूर्ति को खरीदने के लिए सुकेत कोर्ट ने फकीर के समक्ष 500 रुपए का प्रस्ताव रखा। लेकिन फकीर ने मूर्ति को एक हजार रुपए में कुल्लू के राजा को बेचने का वादा करने की जानकारी दी। इस दौरान कुल्लू जाने से पहले ही फकीर की मृत्यु हो गई। फिर राजा के आदेश पर मंदिर के लिए पुजारीयों का चयन हुआ और इसके रखरखाव के लिए जमीन मंजूर की गई। सुकेत कोर्ट द्वारा मूर्ति की तय कीमत 500 रुपए फकीर के अंतिम संस्कार पर व्यय की गई और मंदिर का निर्माण राजकीय कोष के माध्यम से किया गया।