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आपदा से बचाव के लिए सुंदरनगर में होगा मॉक ड्रिल का आयोजन…!!!

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डेली हिमाचल न्यूज़ : मंडी – सुंदरनगर – एसडीएम कार्यालय सुंदरनगर में आपदा प्रबंधन की तैयारियों को लेकर बैठक का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता एसडीएम सुंदरनगर गिरीश समरा ने की। एसडीएम ने बताया कि उपमंडल सुंदरनगर में आपदा से बचाव के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा। बैठक में अधिकारियों के साथ मॉक ड्रिल के विभिन्न पहलुओं की समीक्षा की तथा आपदा प्रबंधन योजना के सभी पहलुओं पर भी विस्तार से चर्चा की। मॉक ड्रिल में पुलिस, अग्निशमन सेवा, वन, स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय प्रशासन शामिल रहेंगे। माॅक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य बाढ़ की स्थिति में बचाव के लिए सभी विभागों के बीच समन्वय को सुनिश्चित करना और उनकी तत्परता को परखना है। इस अभ्यास के दौरान आपातकालीन स्थितियों का पूर्वाभ्यास किया जाएगा ताकि वास्तविक आपदा की स्थिति में तेजी से और प्रभावी ढंग से प्रतिक्रिया दी जा सके। उन्होंने बताया कि मॉक ड्रिल के लिए 12 जून को प्रातः 9:30 बजे टेबल टॉप एक्सरसाइज का आयोजन किया जाएगा। जिसमें आपदा की स्थिति में की गई तैयारियों का मूल्यांकन होगा। जबकि 14 जून को नागरिक चिकित्सालय सुंदरनगर में मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सभी विभागों की अपनी-अपनी आपदा प्रबंधन योजनाएं हैं जिनकी मॉक ड्रिल के माध्यम से परख होगी। उन्होंने कहा कि यह मॉक ड्रिल वास्तविक आपात स्थिति की तरह ही की जाएगी। इससे आपदा प्रबंधन योजना के अलावा विभागों की अपनी आपदा प्रबंधन योजना की भी समीक्षा होगी| हमें अपनी कमियों का अंदाजा होगा व तैयारियों में अंतर का भी पता चलेगा तथा संसाधनों के उपयोग और संचार आदि की कमियों तथा तैयारियों का भी पता चलेगा| इससे सीख लेकर आपदा प्रबंधन योजना को और पुख्ता बनाने में मदद मिलेगी| मॉक ड्रिल के माध्यम से आपदा प्रबंधन की तैयारियों व क्षमताओं का आकलन एवं विश्लेषण किया जाएगा|

आपदा से निपटने के लिए तैयार रहे सभी विभाग : एसडीएम

बैठक में आपदा के समय प्रशासनिक तैयारियों और प्रबंधन को लेकर भी चर्चा की गई। एसडीएम ने कहा कि आने वाले मानसून मौसम को ध्यान में रखते हुए उपमंडल के सभी विभाग सतर्क रहें तथा समय रहते सभी प्रबंध पूरे कर लें। उन्होंने कहा कि मानसून के मौसम में अत्याधिक वर्षा होने से नदी-नालों में जलस्तर बढ़ने, भूस्खलन और बादल फटने इत्यादि से जनजीवन प्रभावित होता है। ऐसी किसी भी आपदा से निपटने के लिए सभी विभाग आपसी समन्वय से त्वरित करवाई के लिए तैयार रहें। साथ ही सभी विभागों के अधिकारियों से अपने संसाधनों और मशीनरी को हर समय तैयार रखने के निर्देश दिए।

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