डेली हिमाचल न्यूज़ : शिमला – मंडी
सरदार पटेल विश्वविद्यालय मंडी के प्रोफेसर सोमवार यानी 11 दिसंबर को राजभवन शिमला में आयोजित विकसित भारत 2047 पर एक कार्यशाला में भाग लेंगे। इस कार्यशाला का उद्देश्य समूह बनाकर विस्तृत विचार-विमर्श करना है जो सशक्त जैसे विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करेंगे। भारतीय, संपन्न और टिकाऊ अर्थव्यवस्था, नवाचार विज्ञान और प्रौद्योगिकी, सुशासन और सुरक्षा, विश्व में भारत और विकसित भारत 2047 की दिशा में योगदान में युवाओं को कैसे शामिल किया जाए। प्रोफेसर अनुपमा सिंह प्रो. वाइस चांसलर सरदार पटेल यूनिवर्सिटी मंडी ने जानकारी देते हुए कहा कि उनके साथ विभिन्न संकायों के 11 प्रोफेसरों के साथ डॉ. लखवीर सिंह, डॉ. सनील कुमार, डॉ. विक्रांत जसवाल, डॉ. गौरव कपूर, डॉ. बलबीर मांगता, डॉ. राकेश शर्मा, डॉ. नरेंद्र सिंह, डॉ. शामिल हैं। विकसित भारत 2047 पर विचार-विमर्श करने के लिए इस कार्यशाला में राजेश कुमार, डॉ. रामपाल, डॉ. जगदीप और डॉ. हितेश भाग लेंगे। प्रो. वीसी प्रोफेसर अनुपमा सिंह ने कहा कि वह नई दिल्ली से लौटने पर इस कार्यशाला में शामिल होंगी, जहां वह पहले भारतीय कला वास्तुकला और डिजाइन बिन्नियल 2023 में भाग लेने गई थीं। वीसी ने कहा कि ये कार्यशालाएं भारत को 30 बनाने के लिए एक रोड मैप तैयार करने के लिए आयोजित की जा रही हैं। 2047 तक ट्रिलियन वैश्विक अर्थव्यवस्था। विकसित भारत के लिए रोड मैप तैयार करने में विश्वविद्यालय की बुद्धि को शामिल करना एक बहुत ही स्वागत योग्य और सराहनीय कदम है। इन कार्यशालाओं का एक मसौदा भारत सरकार को प्रस्तुत किया जाएगा और विकासशील भारत 2047 के लिए अंतिम रूप दिए जाने के बाद अगले वर्ष की शुरुआत में प्रधानमंत्री द्वारा इसका अनावरण किया जाएगा।