
डेली हिमाचल न्यूज़ : मंडी
प्रदेश भाजपा मुख्य प्रवक्ता एवं सुंदरनगर विधायक राकेश जंवाल ने शुक्रवार को विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान आपदा को लेकर हुई चर्चा में भाग लेते हुए सरकार पर प्रभावितों को मदद न करने को लेकर कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र सुंदरनगर में हुए नुकसान से प्रभावितों को मुआवजा न मिलने पर कड़ी नाराजगी जताते हुए इस आपदा की घड़ी में तेरा मेरा न करते हुए प्रभावितों को हर सहायता पहुंचाने की मांग की है। राकेश जंवाल ने चर्चा के दौरान कहा कि एक तरफ सरकार का कहना है की उन्होंने राहत मैनुअल में संशोधन कर घर गिरने पर मुआवजा राशि 7 लाख कर दी है और फौरी सहायता के रुप में 3 लाख की मदद देने की बात कही। लेकिन आपदा के 4 माह बाद भी किसी को भी राहत राशि नहीं मिली है। सहायता राशि देने के लिए भी मुख्यमंत्री के आने का इंतजार किया जाता रहा। उन्होंने बताया कि चरखड़ी में हुई भूस्खलन के कारण 15 परिवार बेघर हो गए है। उनकी जमीन पर अब भवन बनना संभव नहीं है। वह महिला मंडल और लोगों के घरों में शरण लिए हुए है। लेकिन उन्हें बसाने के लिए न तो अभी तक भूमि दी गई है और न ही बाहर रहने का किराया। जब गांव में 5 हजार और शहरी क्षेत्र में सरकार ने 10 हजार रुपये प्रतिमाह प्रभावितों जो बेघर हुए है को किराया देने की बात कही थी। उन्होंने सरकार से पुरजोर मांग की है कि वह बिना किसी राजनीतिक भेदभाव के हर प्रभावित को एक नजर से देखे और उससे मुआवजा प्रदान करें। राकेश जम्वाल ने आपदा के 4 माह बाद भी क्षेत्र की एक दर्जन सड़क के बंद होने के कारण बस सेवा प्रभावित होने से बच्चों व ग्रामीणों को हो रही परेशानी का मुद्दा भी जोरदार तरीके से उठाया है।


Author: Daily Himachal News
