
डेली हिमाचल न्यूज़ : अयोध्या
रामनगरी में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का दिन बेहद करीब आ चुका है. प्राण-प्रतिष्ठा सोमवार 22 जनवरी को होनी है. इसे लेकर मंगलवार से छह दिवसीय अनुष्ठान की शुरुआत की गई है. शुक्रवार को अनुष्ठान का चौथा दिन है. अरण्य मंथन के साथ हवन कुंड में अग्नि देवता का प्रवेश हुआ. अनुष्ठान के मुख्य यजमान डॉ. अनिल मिश्रा ने अपनी पत्नी समेत अन्य गणमान्य व्यक्तियों की मौजूदगी में अनुष्ठान संपन्न कराया. पूर्व से निर्धारित अनुष्ठान में प्रातः काल औषधाधिवास, केसराधिवास, घृताधिवास और सांय काल धान्याधिवास संस्कार संपन्न कराए गए. काशी के विद्वान पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित और पंडित गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ के साथ आए 121 आचार्य ने वैदिक मंत्र 4 के बीच आज का अनुष्ठान संपन्न कराया. चौथे दिन की पूजा में यज्ञ कुंड में आहुतियां भी डाली गई. इस बीच रामलला की नई मूर्ति की संपूर्ण तस्वीर सामने आई है. यह सभी अनुष्ठान 21 जनवरी तक चलेंगे। कड़ाके की ठंड के बावजूद रामभक्तों को उत्साह चरम पर है. अनुष्ठान को लेकर शहर में जगह-जगह धार्मिक कार्यक्रम हो रहे हैं. रामभक्त अपने-अपने तरीके से अपनी खुशी का इजहार कर रहे हैं. वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियों का जायजा लेने के लिए अयोध्या पहुंच चुके हैं।

रामलला की मूर्ति 51 इंच (4.25 फीट) है. मूर्ति कमल आसन पर विराजमान है. हाथ में धनुष-बाण भी है. आसन खास संगमरमर का बना है. इसके ऊपर 4 फीट का सिंहासन रखा जाएगा. रामलला को इसी सिंहासन पर विराजमान कराया जाएगा. खास बात यह है कि सिंहासन पर सोने की परत चढ़ाई होगी. इसके अलावा मंदिर का शिखर भी सोने का होगा. हालांकि यह काम बाद में होना है. रामलला की मूर्ति की कुल ऊंचाई 11 फीट होगी और आसन 3 फीट का है।

Author: Daily Himachal News
