डेली हिमाचल न्यूज़ : मंडी – प्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता एवं सुंदरनगर विधायक राकेश जंवाल ने गुरुवार को सुंदरनगर के कांगू में कॉमन सर्विस सेंटर भवन को जनता को समर्पित किया। इस अवसर पर उनके साथ प्रधान रोशन, उपप्रधान अजय, वार्ड सदस्य और पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्त्ता उपस्थित रहे। प्रधानमंत्री मोदी के आत्मनिर्भर भारत के स्वप्न को पूरा करने में इन केंद्रों का लाभ है। सीएससी योजना एक सरकारी कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य विशेष रूप से ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में विभिन्न सरकारी और गैर-सरकारी सेवाएं प्रदान करने के लिए डिजिटल पहुंच बिंदु प्रदान करना है। उनके द्वारा डिजिटल गवर्नेंस की दिशा में उठाए गए अनेक कदम नागरिकों के लिए कारगर सिद्ध हो रहे हैं। ई-गवर्नेंस के माध्यम से सरकारी योजनाओं व कार्यक्रमों के कार्यान्वयन में मानव हस्तक्षेप को कम करके आम जनमानस को उनके घर द्वार पर सभी योजनाओं का लाभ प्रदान किया जा रहा है। इससे एक ओर जहां भ्रष्टाचार पर अंकुश लगा है, वहीं, प्रशासनिक प्रक्रियाओं ने भी गति पकड़ी है और पुरानी जर्जर व्यवस्था में परिवर्तन आया है।
राकेश जंवाल कहां की पूर्व सरकार ने क्षेत्र के विकास के लिए कार्य किए वहीं इस सरकार ने आईपीएच के सब डिवीज़न डीनोटिफाई कर दिया। आज उसी का नतीजा है कि हरियाणा की जनता ने हिमाचल की हालत देख कर कांग्रेस से किनारा कर लिया। कांग्रेस की गारंटियों का क्या हश्र होता है, इसे हरियाणा की जनता ने समय पर भांप लिया अब सुक्खू सरकार और कांग्रेस की जगहंसाई पूरे देश में हो रही है और कैसे हिमाचल वित्तीय संकट में फंसा, यह चर्चा का विषय बना है। जहां कर्मचारियों को वेतन और पेंशनरों को पेंशन देने के लिए भी केंद्र से मदद मिलने का इंतजार करना पड़ रहा है। इसके बाद भी केंद्र से मिल रही मदद के लिये आभार के दो शब्द भी न तो मुख्यमंत्री और न उनकी मित्र मंडली और मंत्री के मुंह से निकल रहे।
राकेश जंवाल ने कहा की मुख्यमंत्री सुक्खु के समय में हिमाचल का विकास रूक गया है। एक तानाशाही सरकार हिमाचल पर राज कर रही है जिसमें मंत्रियों और मुख्यमंत्री में ही विरोधाभास है। प्रदेश के सबसे बड़े आईजीएमसी अस्पताल में बने ट्रॉमा सैंटर और कैंसर अस्पताल के नए ब्लॉक के उद्घाटन आज दो साल बाद किए जा रहे हैं। ये दोनों भवन भाजपा सरकार में बनकर तैयार हो गए थे और इन्हें चलाने के लिये ही सरकार ने दो वर्ष लगा दिए। इससे स्पष्ट है कि सरकार किस रफ्तार से कार्य कर रही है। केंद्र की मदद से बन रहे संस्थानों के फीते काटने के बाद भी केंद्र का आभार जताने में भारी कष्ठ हो रहा है। राकेश जंवाल ने कहा की शिमला के इस ट्रॉमा सेंटर के लिए मोदी सरकार ने 12.60 करोड़ की आर्थिक सहायता की गई। यही नहीं, पूर्व भाजपा सरकार ने पांच करोड़ रुपए का बजट का प्रावधान फर्नीचर और अन्य मूलभूत सुविधाओं के लिए कर रखा था। यही नहीं, सीटी स्कैन मशीन के लिए बजट का प्रबंध भी जयराम ठाकुर सरकार ने किया था। वहीं, कैंसर के अत्याधुनिक केंद्र के लिए भी केंद्र सरकार ने ही 56 करोड़ रुपए दिया था। परंतु आज तक स्वास्थ्य सुविधाओं को भी शुरू करने के लिए इस सरकार का लंबा वक्त लगा गया है जोकि दुर्भाग्यपूर्ण है।