डेली हिमाचल न्यूज़ : मंडी – पुष्पराज
दीपावली की रौनक बाजारों में दिखने लगी है साथ ही इस पर्व को लेकर बच्चों का उत्साह भी बन रहा है। दीपावली जैसे जैसे नजदीक आ रही है वैसे ही बाजारों में सजावटी सामान व पटाखों से दुकानें सजने सुरु गई है। दीपावली के लिए अब मात्र तीन दिन का समय रह गया है ऐसे में मंडी शहर भी दीपावली के पर्व में रंग गया है। दुकानदार जहां बाजार को सजाने में जुटे हैं वहीं बाजारों में जगह-जगह लाइटें, सजावटी सामानों व पटाखों से दुकानें सजने लगी है। जिससे बाजार में भी रौनक देखने को मिल रही है। वहीं, दीपावली पर्व को लेकर छोटी काशी सज चुकी हैं। प्रशासन द्वारा दीपावली पर्व को लेकर व्यापारियों को ऐतिहासिक सेरी मंच व इंदिरा मार्केट में स्थान मुहैया करवाए गए हैं जहां सभी व्यापारियों ने अपना कारोबार सजा दिया हैं। दीपों का त्यौहार दीपावली को लेकर दीयों का खास महत्व रहता है जिसको लेकर इस बार जहां मिट्टी के दियों की लोग जमकर खरीदारी कर रहे हैं वहीं बाज़ारों में गोबर से बने दिए भी लोगों को भा रहे हैं। चाइनीज सामान की बात करें तो इस मर्तबा चाइनीज सामान बाज़ारों से गायब हैं। मिट्टी से उत्पाद बनाने वाले व्यापारी नेत्र सिंह व साजू सिंह की मानें तो दीपावली पर्व के लिए दिए बनाने का कार्य वह 3 से 6 महीनें पहले ही शुरू कर देते हैं और इस बार भी उन्होंने लगभग 40 हज़ार दिए इस पर्व को तैयार किए है। लेकिन इस बार व्यापारी उचित स्थान ना मिलने से मायूस हैं। व्यापारियों की मानें तो मिट्टी से बने दियों का दीवाली में सबसे ज्यादा प्रचलन रहता हैं।
सेरी मंच पर पारम्परिक व्यंजनों से सजे स्टॉल, लोग उठा रहे आनंद :
दीपावली पर्व को लेकर ऐतिहासिक सेरी मंच पर स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं ने भी पारंपरिक व्यंजनों के स्टॉल लगाए हैं। जय मां नैना स्वयं सहायता समूह की सदस्य गीता देवी ने बताया कि इस मर्तबा दीपावली को लेकर उन्होंने गुलगुले तैयार किए हैं जिन्हें लोग काफी पसंद करते हैं। उन्होंने कहा कि वैसे तो यह व्यंजन पहले हर त्यौहार में बनाए जाते थे, पर समय के साथ जो लोकल व्यंजन हैं लोग उनको भूलते जा रहे हैं। जिसको लेकर जो लोग भी यहां इन पारंपरिक व्यंजनों का लुत्फ उठाते हैं उनको इन व्यंजनों की जानकारी भी स्वयं सहायता समूह की महिलाएं दे रही है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि दीपावली तक लोग यहां पर लोकल व्यंजनों का लुत्फ उठा सकते हैं।