जर्जर हो चुकी बुनियाद को बीना सुधारे ही कर डाली पुल की मुरम्मत, लोग बोले, सरेआम हो रहा भ्रष्टाचार…!!!

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डेली हिमाचल न्यूज़ : मंडी – पंडोह

मंडी जिला पंडोह के साथ लगते नौ मील के पास द्रंग क्षेत्र को नेशनल हाईवे के साथ जोड़ने के लिए बनाए गए फुट ब्रिज की वर्षों बाद हुई मुरम्मत पर स्थानीय लोगों ने सवाल खड़े किए हैं। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि पुल के निर्माण कार्य में अनियमितताएं बरती गई हैं और इसे सरेआम भ्रष्टाचार बताते हुए सरकार से जांच की मांग उठाई है। इस पुल की मुरम्मत तो की गई लेकिन सिर्फ लोहे के ढांचे को ही बदला गया। कंकरीट की जो पुरानी बुनियाद थी उसकी कोई मुरम्मत ही नहीं की गई। तस्वीरें बता रही हैं कि पुरानी बुनियाद जर्जर हो चुकी है। बुनियाद में इस्तेमाल किया गया सरिया और सीमेंट अपनी पकड़ खो चुके हैं। उसी के उपर लोहे के नए खांचे फिट करके पुल को तैयार कर दिया। इससे स्पष्ट जाहिर हो रहा है कि भविष्य में कभी भी कोई हादसा हो सकता है। पुल के दोनों तरफ सिर्फ दो-दो फीट की रेलिंग लगाई गई है जबकि यह कम से कम तीन फीट होनी चाहिए थी। ऐसे में यदि किसी का पैर फिसल जाता है या कोई लड़खड़ा जाता है तो सीधा नीचे ब्यास नदी में जाकर गिरेगा। लोगों ने इसे भी तीन-तीन फीट करने की मांग रखी है।

स्थानीय निवासी राधा कृष्ण वर्मा और गोपाल ठाकुर ने आरोप लगाया कि लोक निर्माण विभाग के मेकेनिकल विंग निर्माण कार्यों में गड़बड़ियां कर रहा है और चहेतों को लाभ पहुंचाने के लिए यह सब किया जा रहा है। इन्होंने लोक निर्माण मंत्री और सरकार से इसकी जांच की मांग उठाई है।

वहीं, दूसरी तरफ पंडोह में ब्यास नदी पर बने 100 साल पुराने पुल के टूटने के बाद मैकेनिकल विंग द्वारा यहां पर झूला पुल बनाया गया था लेकिन यह झूला पुल भी बीच मंझदार में ही झूलता हुआ नजर आ रहा है। स्थानीय लोगों ने बताया कि झूला पुल का उन्हें कोई लाभ नहीं मिल रहा है। यह झूला पुल उलझ कर मंझधार में फंस गया है और अब इसने कार्य करना पूरी तरह से बंद कर दिया है। एक बार लोग भी इसमें फंस गए थे जिन्हें कड़ी मशक्कत के बाद निकाला गया था। लोगों ने सरकार से मांग उठाई है कि इसकी भी सरकार जांच करे और इसके स्थान पर वाहन योग्य पुल जल्द से जल्द बनाया जाए।

वहीं, जब इस बारे में लोक निर्माण विभाग के कुल्लू स्थित मेकेनिकल विंग के अधिशाषी अभियंता जे.एल. ठाकुर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि लोगों की तरफ से उनके पास ऐसी कोई भी शिकायत नहीं आई है। पुल की मुरम्मत पहले से बने डिजाईन के आधार पर ही की गई है। सिविल वर्क करना मेकेनिकल विंग का काम नहीं है। हमारा जो काम था, उसे सही ढंग से किया गया है। यदि लोगों की शिकायत है तो मौके पर जाकर जांच की जाएगी। पंडोह का जो झूला पुल है उसके साथ कुछ शरारती लोग छेड़खानी कर रहे हैं। पहले भी दो बार इसकी मुरम्मत की जा चुकी है। अभी दोबारा यह बंद है ऐसी कोई जानकारी संबंधित मंडल द्वारा नहीं दी गई है।

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