डेली हिमाचल न्यूज़ : मंडी – हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी के सुंदरनगर स्थित 990 मेगावाट की बीएसएल परियोजना की सुरक्षा व्यवस्था केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल यानी सीआईएसएफ के हवाले कर दी गई है। इसको लेकर रविवार को बीएसएल स्कूल में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में परियोजना के चेयरमैन ई.मनोज त्रिपाठी, सीआईएसएफ हेडक्वार्टर नई दिल्ली से एडीजी कुंदन कृष्ण और डीआईजी नार्थ जोन-2 जम्मू के वर्तुल सिंह मौजूद रहे। इस अवसर पर चेयरमैन मनोज त्रिपाठी ने एडीजी कुंदन कृष्ण को परियोजना की प्रतिकात्मक सुरक्षा चाबी भी हस्तांतरित की गई। कार्यक्रम में परियोजना के उप मुख्य अभियंता ई. के एस ठाकुर, विमल कुमार मीणा सहित अन्य आला अधिकारी और कर्मचारी सहित स्थानीय लोग मौजूद रहे। इस मौके पर सीआईएसएफ कमांडो व अग्निशमन कर्मियों की प्रस्तुतियां आकर्षण का केंद्र रही और लोगों द्वारा खूब सराहा गया। मीडिया को जानकारी देते हुए बीबीएमबी प्रबंधन के चेयरमैन ई.मनोज त्रिपाठी ने कहा कि बीबीएमबी प्रबंधन के लिए आज ऐतिहासिक दिन है। बीएसएल परियोजना में सीआईएसएफ को सुरक्षा का जिम्मा दो वर्ष पूर्व हस्ताक्षरित एमओयू के अनुसार सौंप दिया गया है। उन्होंने कहा कि सीआईएसएफ बड़ी परियोजनाओं की सुरक्षा व्यवस्था को बनाए रखने में पूरी तरह से निपुण हैं। इससे पूर्व हिमाचल प्रदेश पुलिस द्वारा कई दशकों से बीएसएल परियोजना को बेहतरीन सुरक्षा व्यवस्था दी गई है। लेकिन पुलिस का मुख्य कार्य कानून व्यवस्था बनाए रखना है। परियोजना की सुरक्षा व्यवस्था में सीआईएसएफ के आने से हिमाचल प्रदेश सरकार को एक बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी भी वापिस मिलने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि परियोजना में सीआईएसएफ के शामिल होने से इसके सुरक्षा ढांचे को बढ़ाने और सुरक्षित परिचालन में भी सहायता प्रदान होंगी।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश के सुंदरनगर स्थित 990 मेगावाट की बीएसएल परियोजना की सुरक्षा व्यवस्था के लिए प्रबंधन ने सीआईएसएफ सुरक्षा विंग के 235 पदों के लिए प्रति व्यक्ति 2 लाख 65 हजार 500 रुपए के हिसाब से 6 करोड़ 23 लाख, 92 हजार 500 रुपए सुरक्षा जमा राशि के रूप में जमा करवा दी है। इसके अलावा सीआईएसएफ ने बीएसएल परियोजना में बल की तैनाती और जवानों के लिए आवास (परिवार और एकल), परिवहन, संचार उपकरण, सुरक्षा गैजेट सहित अन्य बुनियादी को पूरा करने के लिए भी कहा है, ताकि स्वीकृत पदों पर जवानों को तैनाती हो सके और सीआईएसएफ को जल्द से जल्द सुरक्षा में शामिल किया जा सके।