डेली हिमाचल न्यूज़ : सुंदरनगर
सुंदरनगर उपमंडल की वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पलौहटा में एक अध्यापिका पर बच्चों को कथित तौर पर छुरी दिखाकर धमकाने का आरोप लगा है। शिकायत मिलने पर स्कूल के प्रधानाचार्य ने स्कूल प्रबंधन समिति और सभी स्टाफ सदस्यों को इस घटना का ब्योरा दिया। जानकारी के अनुसार पलौहटा स्कूल में विद्यार्थियों ने पढ़ाते समय अध्यापिका का वीडियो बनाकर उसे वायरल कर दिया। वीडियो का पता चलने पर अध्यापिका गुस्से में आ गई और बच्चों को बुलाकर कथित तौर मेज पर प्लेट में रखी छुरी दिखाकर वीडियो बनाकर उस वायरल करने वाले बच्चे का नाम पूछा। गुस्से में अध्यापिका के हाथ में छुरी देखकर बच्चे सहम गए। इस घटना की भनक लगते ही स्कूल प्रबंधन समिति के साथ अभिभावक भी स्कूल पहुंच गए। बताया जाता है कि मात्र पांच सैकेंड के इस वीडिया में ऐसा कुछ भी नहीं था कि अध्यापिका को इतना गुस्सा आता। जब मामले के तूल पकडऩे पर स्कूल प्रबंधन समिति ने प्रधानाचार्य को इसकी रविवार दे दी। प्रधानाचार्य धनी राम ने कहा कि घटना वाले दिन वह चुनावी डयूटी पर थे और 26 अप्रैल को स्कूल आएं। इस मामले को आपसी बातचीत से निपटाने का प्रयास किया जाएगा। इसके बावजूद जैसे उच्च अधिकारियों से आदेश्या मिलेगा, उस पर अमल किया जाएगा।
स्कूल प्रबंधन समिति की अध्यक्ष बनीता ने कहा कि अध्यापिका के छुरी दिखाने व धमकाने से बच्चे सहमे हुए हैं। फिर से ऐसी घटनाएं स्कूल में हो। यह सुनिश्चित करने के लिए शिकायत दी गई है।
वही, अध्यापिका का कहना है कि वह वीडियो बनाने वाले बच्चे का नाम जानना चाहती थी, उसकी कोई गलत मंशा नहीं थी।
भारतीय शैक्षिक महासंघ के अतिरिक्त महामंत्री दर्शन लाल ने कहा कि इस मामले को बेवजह तूल दिया जा रहा है। संबंधित अध्यापक द्वारा किस संदर्भ में ऐसी बात की गई है। उसे जाने बिना ही मामले को तूल देना उचित नहीं है। यह शिक्षक वर्ग को बदनाम करने की साजिश है।