डेली हिमाचल न्यूज़ : मंडी
प्रदेश सरकार द्वारा आपदा प्रभावित परिवारों को विशेष पैकेज के तहत राहत राशि 23 अक्टूबर को मंडी के पड्डल मैदान में वितरीत करने जा रहे है। इस पर सवाल उठाते हुए सुंदरनगर विधायक राकेश जंवाल ने कहा कि एक तरफ मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू आर्थिक संकट का रोना रो रहे है। दूसरी तरफ अब राहत राशि वितरीत करने के लिए बड़े-बड़े कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। मंडी में होने वाले राहत राशि वितरण समाराेह के लिए पड्डल मैदान में लाखों रुपए का डाेम लगाया जा रहा है। साथ ही मंडी जिला भर से प्रभावितों को इस समारोह में शामिल करने के लिए सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमें इस बात से इंकार नहीं कर रहे है कि प्रभावितों को राहत राशि न बांटी जाए। लेकिन बार-बार आर्थिक संकट का रोना रोने वाले मुख्यमंत्री अब इस तरह के कार्यक्रमों में लाखों रुपए खर्च करवाकर क्या दिखाना चाहते हैं। उन्होंने निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री आगामी लोकसभा चुनावों सामने देखते हुए इस तरह के कार्यक्रम जिला स्तर पर आयोजित करने जा रहे है। अगर कांग्रेस सरकार के पास पैसा नहीं है तो शिमला में बैठकर भी राहत राशि प्रभावितों को जारी की जा सकती थी। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में करीब 25 लाख तक की राशि बेवजह ही खर्च की जा रही है। इससे साफ स्पष्ट होता है कि ऐसे ही मुख्यमंत्री आए दिन केंद्र सरकार से आर्थिक मदद न मिलने की बातें करके प्रदेश की जनता का ध्यान भटकाना चाहते है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल खोकर आपदा की समय में प्रदेश की आर्थिक मदद की है और जगह-जगह पर फंसे लोगों को सुरक्षित स्थलों और राशि वितरीत करने के लिए सैना के हेलीकाप्टर उपलब्ध करवाएं। अब समझ नहीं आ रहा है कि आपदा प्रभावित परिवारों को विशेष पैकेज के तहत राहत राशि वितरण कार्यक्रम आयोजित करने के बजाए जिला प्रशासन के माध्यम से प्रभावितों को राहत राशि के चैक वितरीत किए जा सकते थे। ये जो कार्यक्रम कांग्रेस सरकार ने जिला भर में रखे है यह राजनीति से प्रेरित लग रहे है। इस के पास अगर सच में आर्थिक संकट है तो इन कार्यक्रमों में तुरंत प्रभाव से रोक लगानी चाहिए और जो राशि इन कार्यक्रमों के आयोजन पर व्यय होगी वह आपदा प्रभावितों के आशियाने बनाने के लिए प्रदान करने चाहिए।