हिमाचल : अभिलाषी यूनिवर्सिटी को फार्म-डी कोर्स के लिए PCI से मिली मान्यता, 39 सीटें हुई स्वीकृत…!!!

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डेली हिमाचल न्यूज़ : मंडी

अभिलाषी यूनिवर्सिटी को अब फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया (पीसीआई) से डॉक्टर ऑफ फार्मेसी (फार्म डी) कोर्स के लिए मान्यता मिल गई है। प्रदेश का यह पहला निजी विश्वविद्यालय है जिसमें डॉक्टर ऑफ फार्मेसी (फार्म डी) कोर्स करवाया जाएगा। अन्य किसी भी निजी विश्वविद्यालय में यह कोर्स उपलब्ध नहीं है। कोर्स की मान्यता हासिल करके यूनिवर्सिटी ने एक मील का पत्थर हासिल किया है। इसी सत्र 2023-24 के लिए अभिलाषी यूनिवर्सिटी इस कोर्स के लिए कक्षाएं शुरू कर रही है। अब इच्छुक छात्र इस कोर्स में दाखिला ले सकते हैं। जानकारी देते हुए यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ. आरके अभिलाषी ने कहा कि इस कोर्स की सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद ही यूनिवर्सिटी को फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया से मान्यता मिली है। इस बारे में मान्यता पत्र यूनिवर्सिटी को मिल चुका है। उन्होंने कहा कि यह मान्यता पीसीआई के रजिस्ट्रार कम सेक्रेटरी द्वारा प्रदान की गई है। इसमें बताया गया है कि यूनिवर्सिटी इसी सत्र से डॉक्टर ऑफ फार्मेसी कोर्स में छात्रों के दाखिले ले सकती है। इसके लिए लगभग 30 सीटें स्वीकृत कर दी गई हैं और यूनिवर्सिटी को कोर्स चलाने का रास्ता साफ हो गया है। आरके अभिलाषी ने कहा कि हालांकि सैद्धांतिक मंजूरी इस कोर्स को चलाने की पहले ही मिल चुकी थी। डॉक्टर ऑफ फार्मेसी कोर्स यानि फार्म-डी कोर्स से फार्मेसी में डाक्टर तैयार करने का रास्ता साफ हो गया है।

एमबीबीएस के समकक्ष होगा फार्म-डी कोर्स :

फार्म-डी का कोर्स एमबीबीएस के समकक्ष ही माना जाता है। जिन छात्रों को एमबीबीएस में दाखिले नहीं मिलेंगे वे छात्र इस कोर्स को कर डाक्टर बनने का सपना पूरा कर सकते हैं। आरके अभिलाषी ने कहा कि छात्रों को जमा दो साईंस की परीक्षा उर्तीण करना अनिवार्य किया गया है। हालांकि इस कोर्स के लिए दाखिला नीट के आधार पर ही होगा। उसके बाद ही छात्रों को दाखिला मिल पाएगा। इच्छुक छात्र करें आवेदन उन्होंने कहा है कि जो छात्र फार्म-डी कोर्स के लिए दाखिला लेना चाहते हैं उन्हें ऑनलाइन या ऑफलाइन आवेदन करना होगा। वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन किए जा सकते हैं। दाखिले मैरिट के आधार पर ही लिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि दाखिला प्रक्रिया यूनिवर्सिटी ने शुरू कर दी है।

कोर्स करवाएगा रोजगार के अवसर उपलब्ध :

डॉ. आरके अभिलाषी ने कहा कि इस कोर्स से युवाओं के लिए रोजगार के कई क्षेत्र उपलब्ध होंगे। जहां प्राईवेट कंपनियों में नौकरी मिलेगी वहीं सरकारी क्षेत्र में भी इसकी बड़ी मांग है। अभिलाषी यूनिवर्सिटी में पहले ही 45 से ज्यादा कोर्स चलाए जा रहे हैं। इस कोर्स के चलने से कोर्स संख्या में और बढ़ोतरी हो गई है। अभिलाषी यूनिवर्सिटी पहले से ही बी-फार्मा कोर्स करवा रही है। अब फार्म-डी के माध्यम से यूनिवर्सिटी फार्मेसी में भी डाक्टर तैयार करेगी। यह यूनिवर्सिटी के लिए शानदार उपलब्धि होगी। मान्यता मिलने पर यूनिवर्सिटी के प्रो. चांसलर डॉ. ललित अभिलाषी व सचिव नरेंद्र अभिलाषी, रजिस्ट्रार सहित सभी ने भी खुशी जाहिर की है।

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