मंडी : बरसात में हुआ था लैंडस्लाइड, आज दिन तक नहीं हटाया मलबा, न ही लगा रहे डंगा, धरने की चेतावनी…!!!

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डेली हिमाचल न्यूज़ : मंडी – पंडोह

मंडी जिला के पंडोह में तीन पीपल के पास इंडस स्कूल के पास बीती बरसात के भारी बारिश के कारण भूस्खलन हो गया था। स्कूल के साथ वाले हिस्से का सारा मलबा बहकर नेशनल हाईवे पर आ गिरा था। हैरानी की बात है कि अगली बरसात आने वाली है लेकिन एनएचएआई और फोरलेन निर्माण में लगी कम्पनी ने अभी तक पिछली बरसात में गिरे मलबे तक को नहीं उठाया है। आज भी यह मलबा हाईवे के किनारे ही पड़ा हुआ है और इसकी वजह से जहां हाईवे तंग हो गया है वहीं लोगों को भी आने-जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इंडस स्कूल का जो भवन उसकी सुरक्षा के लिए यहां पर एनएचएआई और कम्पनी ने डंगा लगाने की बात कही थी लेकिन आज दिन तक कोई डंगा नहीं लगाया गया। अब बरसात का मौसम नजदीक आता देख लोगों की चिंताएं फिर से बढ़ने लग गई हैं। यदि यहां पर डंगा नहीं लगा तो फिर इंडस स्कूल के साथ लगते भवनों को भी खतरा उत्पन्न हो जाएगा और अप्पर पंडोह के लिए यहां से जो रास्ता जाता है उसके भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त होने की संभावना बन गई है। स्थानीय निवासी राजेंद्र शर्मा और ग्राम पंचायत पंडोह की प्रधान गीता देवी ने बताया कि उन्होंने इस समस्या को एनएचएआई के अधिकारियों के समक्ष रखा था और वहां से कार्रवाई का आश्वासन भी मिला था, लेकिन आज दिन तक यह आश्वासन हकीकत में पूरा नहीं हो पाया है। इस कारण लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। इन्होंने एनएचएआई और कम्पनी को चेताया है कि अगर यहां पर मलबा हटाकर जल्द ही डंगा नहीं लगाया तो फिर लोग सड़कों पर उतरकर विरोध करने से भी गुरेज नहीं करेंगे।

जेएनवी से कैंची मोड़ तक लावारिस हालत में छोड़ दिया है हाईवे :


फोरलेन निर्माण के चलते जवाहर नवोदय स्कूल से लेकर पंडोह डैम से आगे कैंची मोड़ तक का हिस्सा एक तरह से लावारिस हालत में छोड़ दिया गया है। क्योंकि जो फोरलेन निर्माण हो रहा है वो पंडोह बाजार से बाहर है। लेकिन पुराने हाईवे की मुरम्मत और इसकी देखरेख का जिम्मा पूरी तरह से एनएचएआई और कम्पनी प्रबंधन का ही है। लेकिन ऐसा लग रहा है कि इस हाईवे को लावारिस हालत में छोड़ दिया है। बरसात के कारण यहां पर जो नुकसान हुआ है उसकी कोई मुरम्मत आज दिन तक नहीं करवाई गई है। बहुत से स्थानों पर सड़क टूटी है, गढ्डे पड़े हैं और झाड़ियां उगी हुई हैं लेकिन इसकी दशा सुधारने की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

एनएचएआई की तरफ से नहीं मिले हैं कोई दिशा निर्देश :

वहीं, जब फोरलेन निर्माण में लगी केएमसी कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर राज शेखर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि पंडोह के पास गिरे हुए मलबे या फिर डंगा लगाने को लेकन एनएचएआई की तरफ से कोई भी दिशा निर्देश नहीं मिले हैं। जब दिशा निर्देश मिलेंगे तो उसी आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

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